×

बॉलीवुड की क्लासिक फिल्म 'नदिया के पार' की विशेष स्क्रीनिंग पटना में

बॉलीवुड की प्रसिद्ध फिल्म 'नदिया के पार' एक बार फिर से बड़े पर्दे पर लौटने के लिए तैयार है। पटना में इस फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य युवाओं को कला और संस्कृति से जोड़ना है। 1982 में रिलीज हुई इस फिल्म ने न केवल शानदार कमाई की, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी खास जगह बनाई। जानें इस फिल्म की सफलता और इसके गानों के बारे में।
 

बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म

बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म

सचिन पिलगांवकर की नदिया के पार फिल्म: हिंदी सिनेमा ने कई ऐसी फिल्में प्रस्तुत की हैं, जिन्होंने न केवल शानदार कमाई की बल्कि कल्ट क्लासिक का दर्जा भी प्राप्त किया। ऐसी ही एक फिल्म है 'नदिया के पार', जिसका निर्देशन गोविंद मूनिस ने किया था। इस फिल्म में सचिन पिलगांवकर और साधना सिंह मुख्य भूमिकाओं में थे। 1982 में रिलीज हुई यह फिल्म आज भी दर्शकों के दिलों में बसी हुई है। अब यह फिल्म एक बार फिर से बड़े पर्दे पर लौटने के लिए तैयार है।

हाल ही में यह जानकारी सामने आई है कि बिहार स्टेट फिल्म डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉर्पोरेशन द्वारा पटना में इस फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी। यह स्क्रीनिंग पटना के गांधी मैदान के निकट रीजेंट सिनेमा कैंपस, हाउस ऑफ वैरायटी में होगी। यह निर्णय खासतौर पर युवाओं को कला और संस्कृति से जोड़ने के उद्देश्य से लिया गया है। हालांकि, स्क्रीनिंग की तारीख अभी तक घोषित नहीं की गई है।

‘नदिया के पार’ की सफलता

‘नदिया के पार’ का निर्माण राजश्री प्रोडक्शंस ने किया था और यह फिल्म रिलीज होते ही दर्शकों के बीच लोकप्रिय हो गई। इसकी देसी भाषा, ग्रामीण कहानी और कलाकारों की सादगी ने दर्शकों को आकर्षित किया। यही कारण है कि यह फिल्म आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। फिल्म की सफलता का अंदाजा इसकी कमाई से लगाया जा सकता है।

‘नदिया के पार’ की कमाई

इस फिल्म के निर्माण में 18 लाख रुपये का खर्च आया था, जबकि इसने 5.4 करोड़ रुपये की कमाई की। केवल फिल्म ही नहीं, इसके गाने भी बेहद लोकप्रिय हुए, विशेषकर 'सांची कहे तोरे आवन से हमरे' और 'कौन दिसा में लेके चला रे बटोहिया'। ये गाने आज भी लोगों की जुबान पर हैं।

ये भी पढ़ें-

धुरंधर में जिस डांस स्टेप की हर तरफ चर्चा, वैसा 26 साल पहले भी कर चुके हैं अक्षय खन्ना, वीडियो में दिखी हूबहू झलक

स्टारडम, पैसा, तकनीक और डिमांड 25 सालों में ऐसे बदलता गया भारतीय सिनेमा

सचिन पिलगांवकर और साधना सिंह के अलावा इस फिल्म में इंद्र ठाकुर, लीला मिश्रा, शीला डेविड, सविता बजाज और विष्णु कुमार व्यास जैसे कलाकार भी शामिल थे। साधना सिंह और इंद्र ठाकुर के लिए यह डेब्यू फिल्म थी, लेकिन दोनों ने अपनी पहली फिल्म से ही दर्शकों का दिल जीत लिया।