फिल्मों के खतरनाक स्टंट का सच: वायरल वीडियो में खुलासा
स्टंट का असली रहस्य
ऐसे होता है सरिया वाला स्टंट Image Credit source: Social Media
फिल्मों में एक्शन दृश्यों की जो भव्यता होती है, वह असल में उतनी खतरनाक नहीं होती। चाहे वह गोलीबारी हो, चाकू से हमला या किसी को लोहे की रॉड से चोट पहुंचाना, ये सभी स्टंट विशेषज्ञों की देखरेख में सावधानी से तैयार किए जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य शूटिंग के दौरान किसी को चोट न लगने देना है। हाल ही में एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति ने फिल्मी स्टंट का प्रदर्शन कर लोगों को चौंका दिया।
वीडियो की शुरुआत में, वह व्यक्ति नाटकीय तरीके से दिखता है, जैसे कि किसी ने सच में उसके पेट में लोहे की रॉड घुसा दी हो। लेकिन जैसे ही कैमरा करीब आता है, सच्चाई सामने आती है। पेट के पास जिस स्थान पर रॉड दिखाई देती है, वहां टोमैटो सॉस लगा होता है, जिसे वह नकली खून के रूप में उपयोग करता है। लगभग 14 सेकंड तक वह दर्द का अभिनय करता है और फिर अपनी टी-शर्ट उठाकर सच्चाई प्रकट करता है।
वास्तव में, जिस रॉड को देखकर दर्शक चौंक जाते हैं, वह पूरी तरह से नकली होती है। यह एक विशेष प्रकार की प्रॉप है, जिसका उपयोग फिल्मों और थिएटर में किया जाता है। इस नकली रॉड के अंदर एक खाली स्थान होता है, जिसमें पेट को फिट किया जाता है।
स्टंट के पीछे का भ्रम
इस प्रकार, कैमरे पर ऐसा भ्रम उत्पन्न होता है कि जैसे रॉड सच में शरीर को भेद गई हो। जब वह इसे निकालता है, तो स्पष्ट हो जाता है कि यह केवल एक स्टंट था, न कि कोई वास्तविक दुर्घटना।
यह वीडियो @maximum_manthan नामक इंस्टाग्राम उपयोगकर्ता द्वारा साझा किया गया है। हालांकि वीडियो मजेदार है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण तथ्य को उजागर करता है कि फिल्मों में दिखाई जाने वाली हिंसा या एक्शन हमेशा नियंत्रित वातावरण में बनाई जाती है। स्टंट को सुरक्षित रूप से करने के लिए विशेष प्रॉप्स, नकली खून, और कई बार विजुअल इफेक्ट्स (VFX) का सहारा लिया जाता है।
वीडियो देखें
अभिनेता भी ऐसे दृश्यों की शूटिंग के दौरान पूरी ट्रेनिंग लेते हैं और स्टंट डबल्स की मदद लेते हैं। कई बार दर्शक सोचते हैं कि फिल्मों के एक्शन सीन असली हैं, जबकि सच्चाई यह है कि हर सीन के पीछे तकनीक और टीमवर्क की लंबी प्रक्रिया होती है। एक गलत मूव से चोट लग सकती है, इसलिए फिल्म यूनिट सुरक्षा नियमों का पूरा पालन करती है। यह वायरल वीडियो यही दर्शाता है कि कैसे एक साधारण ट्रिक से बड़ा भ्रम उत्पन्न किया जा सकता है।