फिल्म खलेजा की पुनः रिलीज पर प्रशंसकों का गुस्सा
प्रशंसकों का आक्रोश
महेश बाबू की 2010 की प्रसिद्ध फिल्म खलेजा की पुनः रिलीज ने उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब दर्शक यह जानकर नाराज हो गए कि कई दृश्य और गाने गायब थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में प्रशंसकों को फिल्म रोकते हुए, स्टाफ से बहस करते हुए और यहां तक कि संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए देखा गया।
सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने थिएटर स्टाफ पर चिल्लाते हुए और फिल्म का पूरा संस्करण दिखाने की मांग करते हुए वीडियो साझा किए। उनके अनुसार, फिल्म के लगभग 30 मिनट काट दिए गए, जिसमें प्रसिद्ध संवाद और हिट गाना 'संडे मंडे' शामिल था।
कई प्रशंसकों ने अपनी निराशा व्यक्त की। एक व्यक्ति ने लिखा, 'उन्होंने हमें बताए बिना संडे मंडे गाना हटा दिया। प्रशंसक नाराज हो गए और कांच तोड़ दिया।' एक अन्य ने कहा, 'ऐसी क्लासिक फिल्म के दृश्य क्यों काटे गए? अब थिएटर के बाहर सब कुछ बिखर गया है।'
थिएटर में हंगामा
एक वीडियो में लोग थिएटर के अंदर लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। एक अन्य में टूटे हुए कांच और उलझन में पड़े स्टाफ को देखा जा सकता है। प्रशंसकों ने कहा कि वे विशेष रूप से निराश थे कि फिल्म के कुछ प्रमुख दृश्य जैसे 'नालो नाकु देवुडु कणिपिस्तुन्नाडु' और 'एवाडु कोडिते धिम्मा थिरिगी...' शामिल नहीं किए गए।
फिल्म का परिचय
खलेजा एक भारतीय तेलुगु फैंटेसी एक्शन कॉमेडी फिल्म है, जिसे त्रिविक्रम श्रीनिवास ने लिखा और निर्देशित किया है। इसमें महेश बाबू और अनुष्का मुख्य भूमिकाओं में हैं, जबकि प्रकाश राज, राव रमेश, शफी, सुनील, अली और सुभाराजू सहायक भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म एक टैक्सी ड्राइवर राजू की कहानी है, जिसे अचानक एक गांव के लिए भगवान का अवतार माना जाता है, जो एक अजीब बीमारी से प्रभावित है। उसे इस नई भूमिका को स्वीकार करना होता है और गांववालों की मदद करनी होती है।