पौराणिक कथाओं पर आधारित फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर जादू
पौराणिक भारतीय फिल्मों का सुपरहिट फंडा
मायथोलॉजिकल मूवीज की परफॉर्मेंस
फिल्म उद्योग में कई ऐसी फिल्में हैं जो एक विशेष श्रेणी के कारण सफल हुई हैं। जैसे हॉरर-कॉमेडी जॉनर की फिल्म 'स्त्री' ने दर्शकों का ध्यान खींचा, जिससे इस श्रेणी में और भी फिल्में बनीं। इसी तरह, माइथोलॉजिकल-ड्रामा फिल्मों का भी उभार हुआ है, जिसमें फैंटेसी फिल्मों को भी शामिल किया जा सकता है। 'कांतारा' और 'ब्रह्मास्त्र' की सफलता ने इस जॉनर को फिर से जीवित कर दिया है।
हालांकि, पौराणिक कथाओं पर आधारित फिल्में पहले भी बनी हैं, लेकिन साउथ कोरियन और हॉलीवुड की फिल्मों की तुलना में भारतीय पौराणिक फिल्मों की संख्या कम रही है। 'कांतारा' और 'ब्रह्मास्त्र' की सफलता के बाद, इस श्रेणी में फिल्में बनाने की संख्या में तेजी आई है। हाल के समय में साउथ और बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में आई हैं जिनमें पौराणिक तत्व शामिल हैं और दर्शकों ने इन्हें पसंद किया है। आइए जानते हैं कौन सी फिल्में हैं और इनकी बॉक्स ऑफिस पर परफॉर्मेंस कैसी रही है।
ब्रह्मास्त्र और कांतारा का नया अध्याय
2022 ने दर्शकों के स्वाद को बदलने के साथ-साथ निर्माताओं की प्राथमिकताओं को भी प्रभावित किया। इस वर्ष बॉलीवुड ने एक नया दृष्टिकोण अपनाया। वाराणसी में आधारित एक पौराणिक कहानी में रोमांस का तड़का लगाया गया था। यह पहली बार था जब किसी बॉलीवुड फिल्म का इतना बड़ा बजट था। फिल्म में अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट जैसे सितारे शामिल थे, और इसमें नागार्जुन, मौनी रॉय और शाहरुख खान का कैमियो भी था। फिल्म को ठीक-ठाक रिस्पॉन्स मिला।
वहीं, 'बाहुबली' और 'पुष्पा' के बाद, साउथ की फिल्म 'कांतारा' ने एक नया माहौल तैयार किया। इस फिल्म का भी पौराणिक कनेक्ट था और पहले भाग ने कम बजट में शानदार कमाई की। वराह देव की पूजा और उनके इतिहास से जुड़ी इस कहानी को दर्शकों ने सराहा, और ऋषभ शेट्टी ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
पौराणिक कथाओं पर आधारित सफल फिल्में
इसके बाद, पौराणिक कथाओं पर आधारित फिल्मों का चलन बढ़ गया। इनमें से अधिकांश को दर्शकों ने पसंद किया। 'कल्कि 2898 एडी' ने 1000 करोड़ से अधिक की कमाई की, जो अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली पौराणिक फिल्म बन गई। तेजा सज्जा की फिल्में 'हनु-मान' और 'मिराय' भी दर्शकों द्वारा सराही गईं, जिनमें भगवान राम और हनुमान जी का संदर्भ था।
दिलचस्प बात यह है कि एनिमेटेड फिल्मों ने भी इस श्रेणी में कदम रखा। पहले एनिमेटेड आर्ट केवल टीवी और वेब सीरीज तक सीमित थी, लेकिन पौराणिक एनिमेटेड फिल्म बनाने का विचार सफल रहा। एक फिल्म ने 15 करोड़ के बजट में 300 करोड़ से अधिक की कमाई की और ब्लॉकबस्टर साबित हुई।
कुछ प्रयोग रहे विफल
हालांकि, यह सच नहीं है कि सभी प्रयोग सफल रहे। ओम राउत की 'आदिपुरुष' फिल्म, जिसमें प्रभास ने भगवान राम का किरदार निभाया, बॉक्स ऑफिस पर असफल रही और दर्शकों को पसंद नहीं आई। फिल्म अपने बजट का आधा भी नहीं निकाल सकी।
इसके अलावा, 'ब्रह्मास्त्र' को पसंद किया गया, लेकिन इसका कलेक्शन अपेक्षाकृत औसत रहा। इसी साल रिलीज हुई 'कनप्पा' फिल्म को भी दर्शकों का खास रिस्पॉन्स नहीं मिला।
भविष्य में पौराणिक फिल्मों पर बड़ा दांव
हालांकि, कुछ प्रयोगों की असफलता के बावजूद, कम बजट में बनी फिल्मों ने शानदार कमाई की है। यही कारण है कि निर्माता इस जॉनर से मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। साउथ के प्रमुख निर्माता एस एस राजामौली ने महेश बाबू पर 1000 करोड़ का दांव लगाया है और 2027 में एक फिल्म लाने की योजना बना रहे हैं। हाल ही में फिल्म का पहला झलक वीडियो साझा किया गया, जिसे देखकर फैंस उत्साहित हैं।
बॉलीवुड के सफल निर्देशक नितेश तिवारी भी रणबीर कपूर पर 4000 करोड़ का दांव लगा रहे हैं और 'रामायण' नामक फिल्म बना रहे हैं। इसका पहला भाग 2026 में आएगा, जबकि दूसरे भाग के लिए 2027 का इंतजार करना होगा। इसके अलावा, नाग अश्विन की 'कल्कि पार्ट 2' भी 2026 में रिलीज हो सकती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस फिल्म का बजट लगभग 700 करोड़ है। इस प्रकार, निर्माताओं ने अगले दो वर्षों में 6000-7000 करोड़ रुपये केवल पौराणिक फिल्मों के लिए दांव पर लगाए हैं। अब देखना यह है कि यह दांव कितना सफल होता है।