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धरती पर एलियंस के संभावित ठिकाने: 7 रहस्यमय स्थान

क्या धरती पर एलियंस ने कदम रखा है? जानें भारत के उन 7 रहस्यमय स्थानों के बारे में जहां एलियंस के आने की बातें की जाती हैं। हिमालय से लेकर द्वारिका तक, इन स्थानों पर एलियंस के ठिकाने और उनके रहस्यों की खोज की गई है। क्या ये सच हैं या सिर्फ कल्पना? इस लेख में जानें इन स्थानों के बारे में और एलियंस से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में।
 

एलियंस के बारे में रोचक तथ्य

दूसरे ग्रहों पर जीवन की खोज विज्ञान के लिए एक कठिन कार्य है, और संभव है कि अन्य ग्रहों के निवासी भी इसी प्रकार की खोज कर रहे हों। यदि वे किसी यान के माध्यम से धरती पर आते हैं, तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।


हमने चंद्रमा और मंगल पर अपने यान भेज दिए हैं, और भविष्य में मानव भी इन यानों में यात्रा करने की हिम्मत जुटा सकते हैं। हर देश का वैज्ञानिक इस बात की खोज में लगा है कि क्या वास्तव में एलियंस ने धरती पर कदम रखा है। लोग इसे मानें या न मानें, लेकिन यह सच है कि धरती पर दूसरे ग्रह के लोग आते रहते हैं और कहीं न कहीं छिपे रहते हैं। भारत में भी ऐसे कई स्थानों की खोज की गई है, जिनमें से यहां 7 प्रमुख स्थानों की चर्चा की गई है।


पहला स्थान: हिमालय

वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती पर कुछ स्थानों पर एलियंस छिपे रहते हैं, जिनमें हिमालय भी शामिल है। भारतीय सेना और वैज्ञानिक इस बात को नकारते नहीं हैं, लेकिन इसे स्वीकार भी नहीं करते। एक इतिहास चैनल की सीरीज में इस पर चर्चा की गई थी। 2010 में जम्मू और कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में अज्ञात वस्तुओं के देखे जाने की रिपोर्ट आई थी, जिसे बाद में दबा दिया गया। 2011 में एक सैनिक ने एक यान को उतरते हुए देखा, जिसमें से 3 फुट ऊंचे जीव बाहर आए।


दूसरा स्थान: ओडिशा

1947 में, ओडिशा के नयागढ़ जिले में एक यूएफओ के उतरने की घटना का उल्लेख एक ताड़पत्र पर किया गया था। स्थानीय कलाकार पचानन मोहरना ने इस घटना को दर्ज किया था। यह यूएफओ 31 मई 1947 को पहाड़ी क्षेत्र में उतरा था। इसके बाद न्यू मैक्सिको में एक संदिग्ध दुर्घटना हुई थी, जिसे छिपाने का प्रयास किया गया।


तीसरा स्थान: मध्यप्रदेश

मध्यप्रदेश की नर्मदा नदी के किनारे एलियंस के आने की बातें की जाती हैं। नर्मदा घाटी को प्राचीन घाटियों में से एक माना जाता है। यहां कई प्रागैतिहासिक शैलचित्र मिले हैं, जिनमें उड़नतश्तरी का चित्र भी शामिल है। शोधकर्ताओं का मानना है कि आदिमानव ने इन चित्रों में एलियंस का चित्रण किया है।


चौथा स्थान: छत्तीसगढ़ का बस्तर

छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में 10,000 वर्ष पुराने शैलचित्र मिले हैं, जो एलियंस के अस्तित्व का संकेत देते हैं। इन चित्रों में उड़नतश्तरी और एलियंस का स्पष्ट चित्रण है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये चित्र इस बात का प्रमाण हैं कि एलियंस तकनीकी रूप से हमसे आगे थे।


पांचवां स्थान: अजंता-एलोरा

अजंता की गुफाओं में एक सीक्रेट शहर होने की बात की जाती है। यहां की गुफाएं सामान्य नहीं हैं और इन्हें बनाने की तकनीक आज के मानव के बस की बात नहीं है। कैलाश मंदिर को एलियंस के सहयोग से बनाया गया था, जो 4,000 वर्ष पुराना है।


छठा स्थान: महाबलीपुरम

महाबलीपुरम के प्राचीन गणेश मंदिर का शिखर रॉकेट के आकार का है। यहां रेडियोएक्टिव सामग्री भी मिली है, जो इस बात का संकेत देती है कि यहां से रॉकेट लॉन्च किया जाता था।


सातवां स्थान: द्वारिका

द्वारिका का निर्माण एलियंस द्वारा किए जाने का दावा किया जाता है। यह नगर भगवान श्रीकृष्ण द्वारा बसाई गई थी और कहा जाता है कि यह समुद्र में डूब गई। वैज्ञानिक अब भी इसके रहस्यों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।


एलियंस के संबंध में 10 चौंकाने वाले तथ्य

1. वैज्ञानिकों का मानना है कि 10,000 ईपू एलियंस धरती पर आए थे और उन्होंने मानव सभ्यता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


2. 'ओरायन' नक्षत्र का धरती से गहरा संबंध है, और कई प्राचीन सभ्यताओं की पौराणिक कथाएं इस नक्षत्र से जुड़ी हुई हैं।


3. 2010 में, एलियंस के अमेरिका और ब्रिटेन के परमाणु स्थलों पर मंडराने की खबरें आई थीं।


4. छत्तीसगढ़ के बस्तर में मिले शैलचित्रों में एलियंस का चित्रण है, जो तकनीकी रूप से हमसे आगे थे।


5. कई प्राचीन सभ्यताओं में यह विश्वास था कि एलियंस एक दिन वापस लौटेंगे।


6. वैज्ञानिक मानते हैं कि एलियंस धरती पर छिपे हुए हैं।


7. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का मानना है कि एलियंस हमारी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।


8. एक सर्वेक्षण के अनुसार, 20 प्रतिशत लोग मानते हैं कि एलियंस हमारे बीच हैं।


9. बाइबल में इन्हें 'नेफिलीम' कहा गया है, जो धरती पर आए थे।


10. कुछ महिलाओं ने दावा किया है कि उन्होंने एलियंस के साथ संबंध बनाए हैं।