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जुबीन गर्ग की अंतिम फिल्म 'रोई रोई बिनाले' ने असम में मचाई धूम

जुबीन गर्ग की अंतिम फिल्म 'रोई रोई बिनाले' ने असम में रिलीज होते ही दर्शकों का दिल जीत लिया है। 90 वर्षीय महिला भी फिल्म देखने आईं, जो इस फिल्म के प्रति लोगों के प्यार को दर्शाता है। जुबीन के निधन के बाद, उनके प्रशंसक इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जानें इस फिल्म के बारे में और जुबीन की कहानी को कैसे जीवित रखा गया है।
 

जुबीन गर्ग की अंतिम फिल्म का जादू

जुबीन गर्ग की आखिरी फिल्म ‘रोई रोई बिनाले’


असमिया गायक जुबीन गर्ग का निधन हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन उनके परिवार और प्रशंसक अभी भी इस दुख से उबर नहीं पाए हैं। उनके निधन के बाद, सभी उनकी अंतिम फिल्म ‘रोई रोई बिनाले’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, जो आज, 31 अक्टूबर को रिलीज हुई है। फिल्म के प्रदर्शन के बाद, सिंगर के प्रशंसकों का प्यार सिनेमाघरों में देखने को मिला, यहां तक कि एक 90 वर्षीय महिला भी फिल्म देखने आईं।


जुबीन गर्ग ने सितंबर में इस दुनिया को अलविदा कहा था, जिसके बाद असम में शोक की लहर दौड़ गई थी। उनके अंतिम विदाई में बड़ी संख्या में प्रशंसक शामिल हुए थे। निधन के बाद, उनके प्रशंसक और परिवार उनकी अंतिम फिल्म देखने के लिए उत्सुक थे। फिल्म की रिलीज के बाद, सिनेमाघरों में प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी, और सोशल मीडिया पर भी कई प्रशंसक फिल्म देखकर भावुक होते हुए नजर आए।


90 वर्षीय महिला का सिनेमाघर में आना


एक वीडियो में दिखाया गया है कि एक 90 वर्षीय महिला फिल्म देखने आई हैं, लेकिन चलने में कठिनाई के कारण उन्हें गोद में उठाकर ले जाया गया। जुबीन को श्रद्धांजलि देने के लिए थिएटर में एक सीट उनके लिए आरक्षित की गई है, जिस पर उनकी तस्वीर रखी गई है। यह दृश्य जुबीन के परिवार और प्रशंसकों के लिए बेहद भावुक है। असम सरकार ने भी फिल्म की रिलीज को लेकर विशेष निर्णय लिया है।


जुबीन द्वारा लिखी गई फिल्म की कहानी


‘रोई रोई बिनाले’ की रिलीज के दिन, नॉर्थ ईस्ट के सभी थिएटर में केवल जुबीन की फिल्म ही दिखाई जा रही है। कोई अन्य बॉलीवुड या हॉलीवुड फिल्में नहीं चल रही हैं। फिल्म निर्माता राजेश भुयान ने बताया कि जुबीन चाहते थे कि यह फिल्म 31 अक्टूबर को रिलीज हो। हालांकि, फिल्म की डबिंग का काम बाकी रह गया था, लेकिन निर्माताओं ने इसे जुबीन की मूल आवाज में ही रिलीज करने का निर्णय लिया। इस फिल्म की कहानी भी जुबीन ने ही लिखी है।