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क्या छोटे बच्चों का रात में बार-बार जागना सामान्य है?

छोटे बच्चों का रात में बार-बार जागना एक सामान्य समस्या है, लेकिन यह कभी-कभी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कब यह सामान्य है और कब डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है। विशेषज्ञ की राय और उपयोगी सुझावों के साथ, माता-पिता को अपने बच्चों की नींद की आदतों को समझने में मदद मिलेगी।
 

बच्चों का रात में जागना: सामान्य या चिंताजनक?

छोटे बच्चे का रात को बार-बार जागना Image Credit source: Getty Images

कई छोटे बच्चे, विशेषकर 2 साल तक के, रात में बार-बार जागने की समस्या का सामना करते हैं। यह एक सामान्य स्थिति है, जिसे अधिकांश माता-पिता अनुभव करते हैं। बच्चे रात में अचानक उठ सकते हैं, रो सकते हैं या अपने माता-पिता का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर सकते हैं। यह अक्सर एक नींद का पैटर्न बन जाता है, जो दिन के समय बच्चे की ऊर्जा और मूड को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, बार-बार जागना हमेशा किसी गंभीर समस्या का संकेत नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह कुछ गंभीर लक्षणों का भी संकेत दे सकता है।

रात में बार-बार जागने वाले बच्चों में अन्य सामान्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे दिन के समय चिड़चिड़ापन, नींद में खलल, भूख में कमी, बार-बार रोना और दिन में थकान या सुस्ती। कुछ बच्चों में रात के दौरान सांस लेने में कठिनाई, पसीना आना या अचानक डर के कारण जागना भी देखा जा सकता है। इन संकेतों को समझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये दर्शाते हैं कि बच्चे की नींद पूरी नहीं हो रही है या उसे आराम की आवश्यकता है।

क्या छोटे बच्चों का रात में बार-बार जागना सामान्य है?

दिल्ली एम्स के पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. हिमांशु भदानी के अनुसार, छोटे बच्चों में रात में बार-बार जागना अक्सर सामान्य माना जाता है, खासकर पहले दो वर्षों में। इस उम्र में उनका नींद चक्र अभी विकसित हो रहा होता है, और नींद पूरी तरह से स्थिर नहीं होती। कुछ बच्चे खुद से सो जाते हैं, जबकि कुछ को माता-पिता की उपस्थिति या ध्यान की आवश्यकता होती है।

हालांकि, यदि जागने के साथ असामान्य रोना, सांस लेने में कठिनाई, लगातार अस्वस्थ दिखना, या नींद पूरी न होना जैसी समस्याएं जुड़ जाएं, तो यह किसी स्वास्थ्य या नींद की समस्या का संकेत हो सकता है। माता-पिता को यह समझना चाहिए कि बच्चे का बार-बार जागना केवल सामान्य विकास का हिस्सा है या इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है।

ध्यान देने योग्य बातें

बच्चे को नियमित नींद के समय पर सुलाएं।

सोने का शांत और अंधेरा वातावरण सुनिश्चित करें।

रात के खाने और दूध को समय पर दें और नींद से पहले भारी भोजन न कराएं।

यदि बच्चा बार-बार जागता है या अस्वस्थ दिखता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

बच्चे के सोने की आदतों और दिनचर्या को नियमित रखें, ताकि नींद का पैटर्न मजबूत हो सके।