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PM मोदी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनरारंभ पर दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 123वें एपिसोड में कैलाश मानसरोवर यात्रा के पुनरारंभ पर भक्तों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस यात्रा के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि यह विभिन्न धार्मिक परंपराओं में पूजनीय है। यात्रा का पुनरारंभ 20 जून को हुआ, जिसमें 33 तीर्थयात्री शामिल थे। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि यह यात्रा 2025 में फिर से शुरू होगी। पीएम मोदी ने यात्रा के दौरान भक्ति और समर्पण के महत्व पर भी जोर दिया।
 

कैलाश मानसरोवर यात्रा का महत्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' के 123वें एपिसोड में कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे सभी भक्तों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस तीर्थ यात्रा के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि कैलाश मानसरोवर विभिन्न परंपराओं में पूजनीय है, जिसमें हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा, "कैलाश मानसरोवर, जो भगवान शिव का निवास है, हर परंपरा में विश्वास और भक्ति का केंद्र माना जाता है।"


यात्रा का पुनरारंभ

पांच साल के अंतराल के बाद, कैलाश मानसरोवर यात्रा 20 जून को सिक्किम के नाथुला पास से पहले बैच के तीर्थयात्रियों के लिए औपचारिक रूप से शुरू हुई। इस बैच में 33 तीर्थयात्री शामिल हैं, जिनके साथ दो नोडल अधिकारी और एक डॉक्टर भी हैं, जिससे कुल संख्या 36 हो जाती है।


विदेश मंत्रालय की पुष्टि

विदेश मंत्रालय ने पहले पुष्टि की थी कि कैलाश मानसरोवर यात्रा, जो हिंदुओं, बौद्धों, जैनों और बोन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक तीर्थ यात्रा है, 2025 में फिर से शुरू होगी। यह यात्रा 2020 से COVID-19 महामारी और भारत-चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण निलंबित थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जा रहा है।


भारत-चीन वार्ता

इस यात्रा के पुनरारंभ पर चर्चा दिसंबर 2024 में बीजिंग में विशेष प्रतिनिधियों की बैठक में हुई थी, जहां भारत के NSA अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। इसके बाद जनवरी 2025 में भारत के विदेश सचिव की बीजिंग यात्रा ने इस वर्ष की यात्रा की योजना को आगे बढ़ाया।


यात्रा की शुभकामनाएं

पीएम मोदी ने सेवा की भावना के साथ यात्रा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "मैं सभी भाग्यशाली भक्तों को शुभकामनाएं देता हूं जो विभिन्न यात्राओं पर जा रहे हैं।" उन्होंने अमरनाथ यात्रा का भी उल्लेख किया, जो 3 जुलाई से शुरू होगी, और यह हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ यात्रा है।


एकता और समर्पण का संदेश

पीएम मोदी ने इन यात्राओं के दौरान भक्ति, समर्पण और अनुशासन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम, ये यात्राएं 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की भावना को दर्शाती हैं।"