Ishaan Khatter की फिल्म 'Homebound' को ऑस्कर में भेजने पर खुशी
फिल्म 'Homebound' के बारे में विचार
मैं बहुत उत्साहित हूँ। अगर मैं इस फिल्म का हिस्सा नहीं होता, तब भी मैं इस विषय और नीरज घायवान की अद्भुत कला का समर्थन करता। मुझे लगता है कि यह एक योग्य फिल्म है और मैं आशा करता हूँ कि हम इसे और बड़े मंच पर ले जा सकें।
अभिनय का सफर
आपकी प्रोत्साहन और समर्थन के लिए धन्यवाद, सर। यह मुझे आगे बढ़ने और कलाकार के रूप में साहसी विकल्प चुनने के लिए प्रेरित करता है। यह सवाल कि कितना समय लगा, एक सापेक्ष प्रश्न है, लेकिन मुझे एक ऐसे फिल्मकार के साथ अवसर मिला जिसने मुझे सही तरीके से समझा और मुझे वह भूमिका दी जिससे मैं इसे व्यक्त कर सका।
शोएब की भूमिका कैसे मिली?
नीरज ने मुझे स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए दी। करण जौहर ने मुझे पहले बताया कि वह नीरज के साथ एक विशेष फिल्म बना रहे हैं। जब मैंने 'Homebound' पढ़ी, तो मुझे एहसास हुआ कि यह विषय कितना महत्वपूर्ण है।
अधिकारिता और चुनौती
एक विशेषाधिकार प्राप्त युवा भारतीय के रूप में, अपने वंचित पात्र शोएब में उतरना कितना कठिन था? यह समझना कि समाज विभिन्न प्रकार के विशेषाधिकार और पहचान के लिए क्या मानक रखता है, एक आंख खोलने वाला अनुभव था।
नीरज घायवान का योगदान
नीरज वास्तव में एक जादूगर हैं, लेकिन एक व्यवस्थित तरीके से। उन्होंने हर स्तर पर मुझे चुनौती दी और हमें केवल तकनीक के साथ काम करने के बजाय पूरी तरह से डूबने के लिए प्रेरित किया।
शूटिंग का अनुभव
स्थान पर शूटिंग करना हमेशा मेरे लिए फायदेमंद रहा है। यह फिल्म और प्रदर्शन में वास्तविकता का एक अद्वितीय अनुभव देता है। लेकिन यह चुनौतीपूर्ण भी था।
क्या 'Homebound' आपके करियर का निर्णायक मोड़ है?
'Homebound' अब तक का मेरा सबसे अच्छा काम है। यह फिल्म हमसे कहीं बड़ी है और यह एक खूबसूरत फिल्म है जो सहानुभूति के माध्यम से बात करती है।
शोएब का प्रभाव
शोएब ने मुझे यह समझने में मदद की कि विभिन्न लोग इस प्रकार के भेदभाव का सामना कैसे करते हैं। 'Homebound' ने मुझे पहचान के स्तर को गहराई से समझने में मदद की।