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सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: सुरक्षित निवेश का नया तरीका

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सुरक्षित और लाभकारी निवेश विकल्प है, जो निवेशकों को सोने की कीमतों में वृद्धि का लाभ उठाने की अनुमति देता है। यह सरकारी बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं और इसमें निवेश करने पर फिजिकल गोल्ड खरीदने की आवश्यकता नहीं होती। जानें कि कैसे आप इस बॉन्ड में निवेश कर सकते हैं, इसकी कमाई के तरीके और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
 

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड

जब भी वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ता है, तब सोने की कीमतों में वृद्धि देखी जाती है। इसके विपरीत, जब स्थिति स्थिर होती है, तो सोने में मंदी भी आ सकती है। सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं? इनमें से एक है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, जिसमें आपको केवल कागज पर लेन-देन करना होता है और लाभ उठाना होता है। आइए जानते हैं कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है, इसमें निवेश कैसे करें और मुनाफा कैसे होता है।

सरकार द्वारा जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सुरक्षित निवेश विकल्प हैं, जो निवेशकों को सोने की खरीदारी का बेहतर तरीका प्रदान करते हैं। ये बॉन्ड भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी किए जाते हैं, जिससे निवेशकों को फिजिकल गोल्ड खरीदने की आवश्यकता नहीं होती, फिर भी वे सोने की कीमतों में वृद्धि का लाभ उठा सकते हैं। इसके साथ ही, सरकार इसमें अतिरिक्त ब्याज भी प्रदान करती है।


सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की विशेषताएँ

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की संरचना

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी सुरक्षा है, जिसकी कीमत सोने की दर पर निर्भर करती है। निवेशक इसमें नकद निवेश करते हैं और मैच्योरिटी पर उन्हें सोने की वर्तमान कीमत के अनुसार राशि वापस मिलती है। इन बॉन्ड्स की अवधि 8 वर्ष होती है, लेकिन 5 वर्ष बाद निवेशक एग्जिट ऑप्शन का लाभ भी उठा सकते हैं।


कमाई के तरीके

कैसे होती है कमाई?

गोल्ड बॉन्ड में कमाई के दो मुख्य तरीके हैं: पहली, सोने की कीमत में वृद्धि से और दूसरी, ब्याज से। जब सोने की कीमत बढ़ती है, तो निवेशकों को अधिक रिटर्न मिलता है। इसके अलावा, सरकार हर साल 2.5% की ब्याज दर प्रदान करती है, जो छमाही आधार पर आपके खाते में ट्रांसफर होती है। यह लाभ फिजिकल गोल्ड और गोल्ड ETFs में नहीं मिलता है। इसके साथ ही, SGB पर कैपिटल गेन टैक्स से भी राहत मिलती है। यदि आप इसे 8 साल तक रखते हैं, तो मैच्योरिटी पर मिलने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता।


निवेश की प्रक्रिया

कैसे करें निवेश?

निवेश की प्रक्रिया सरल है। निवेशक बैंक, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज (NSE/BSE) या ऑनलाइन नेट बैंकिंग के माध्यम से इन बॉन्ड्स को खरीद सकते हैं। ऑनलाइन खरीदने पर अतिरिक्त छूट भी मिलती है। SGB आमतौर पर RBI द्वारा निर्धारित ट्रांच में जारी किए जाते हैं, जिसकी जानकारी समय-समय पर सरकार द्वारा दी जाती है।