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सितंबर 2025 में LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी: जानें क्या है नया रेट

सितंबर 2025 में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी आई है, जिससे आम जनता और विशेष रूप से व्यावसायिक उपभोक्ताओं को राहत मिली है। तेल विपणन कंपनियों ने कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 51.50 रुपये की कटौती की है। इस लेख में जानें नए रेट्स, उज्ज्वला योजना के लाभ और किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा।
 

गैस सिलेंडर की कीमतों में राहत


सितंबर 2025 की शुरुआत में गैस सिलेंडर खरीदने वालों के लिए एक सुखद समाचार आया है। तेल विपणन कंपनियों ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी की है, जिससे आम जनता और विशेष रूप से व्यावसायिक उपभोक्ताओं के खर्च में कमी आई है। इस निर्णय से होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और छोटे व्यवसायों को बड़ा लाभ होगा।


इसके अलावा, घरेलू उपयोग के लिए सिलेंडर खरीदने वाली महिलाओं के लिए सरकार की उज्ज्वला योजना भी एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो रही है, जिसमें सब्सिडी के लाभ मिलते हैं। पिछले कुछ महीनों में लगातार LPG सिलेंडर के दाम में कमी आई है, जिसका कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और सरकार की जनहित योजनाएं हैं।


हर महीने की पहली तारीख को तेल कंपनियां गैस की कीमतों की समीक्षा करती हैं, जिसके बाद नए रेट्स लागू होते हैं। इससे गरीब और मध्यम वर्ग को राहत मिली है।


नए LPG रेट्स: पूरी जानकारी

सितंबर 2025 से, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 51.50 रुपये तक की कमी की है। अब दिल्ली में यह सिलेंडर 1580 रुपये में उपलब्ध होगा, जो पहले 1631.50 रुपये था। मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में भी इसी तरह की कटौती की गई है। उदाहरण के लिए, मुंबई में इसकी कीमत 1582.50 रुपये से घटकर 1531.50 रुपये हो गई है।


यह कटौती मुख्य रूप से होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा और फूड वेंडर जैसी जगहों पर उपयोग होने वाले कमर्शियल सिलेंडर पर लागू हुई है। घरेलू उपयोग के 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमतों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है, यानी आम घरों में अभी वही पुराने रेट चल रहे हैं। लेकिन यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव और डॉलर-रुपया दर में गिरावट बनी रही, तो घरेलू सिलेंडर भी सस्ता हो सकता है।


किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कटौती से सबसे ज्यादा लाभ होटल, रेस्तरां, ढाबा, फूड स्टॉल और छोटे व्यापारियों को होगा। फूड इंडस्ट्री में LPG का भारी उपयोग होता है, जिससे खर्च में सीधी राहत मिलेगी। पिछले दो महीनों में यह सिलेंडर करीब 82 रुपये तक सस्ता हुआ है, जिससे व्यापारियों की लागत घटेगी और ग्राहकों के लिए भी रेट में आराम आ सकता है।


घरेलू उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आई है। इस योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन, पहली रिफिल और चूल्हा मिलता है। सरकार उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर 300 रुपये सब्सिडी सीधे महिला खाते में देती है। एक साल में 9 सिलेंडर तक यह सब्सिडी मिलती है।


प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना: क्या है लाभ

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब और पिछड़े वर्ग के परिवारों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना है। इसमें परिवार की महिला मुखिया को गैस कनेक्शन मिलता है, जिसमें इंस्टॉलेशन की फीस, सेफ्टी डिपॉजिट, प्रेशर रेगुलेटर, गैस नली और उपभोक्ता कार्ड भी मुफ्त दिए जाते हैं। उज्ज्वला 2.0 के तहत पहला रिफिल और चूल्हा भी मुफ़्त दिया जाता है।


योजना के तहत एक साल में अधिकतम 9 बार 14.2 किलो के घरेलू सिलेंडर पर 300 रुपये की सब्सिडी मिलती है। इसका पैसा सीधे महिला के बैंक खाते में आता है। इससे लाभार्थी महिलाओं को करीब 2700 रुपये तक की सालाना राहत मिलती है। योजना का बजट साल 2025-26 के लिए 12,000 करोड़ रुपये रखा गया है, जिससे सब्सिडी व्यवस्था जारी रहेगी।


सब्सिडी कैसे लें और फायदा कैसे उठाएं

योजना का फायदा उठाने के लिए पात्रता जरूरी है – परिवार का नाम (BPL) सूची में होना चाहिए, महिला मुखिया के नाम आधार और बैंक खाता होना चाहिए, और आवेदन के समय जरूरी डॉक्युमेंट्स दिखाने होंगे। एक बार आवेदन मंजूर हो जाए तो गैस कनेक्शन, पहला रिफिल और चूल्हा मुफ्त मिलता है।


हर सिलेंडर रिफिल पर सब्सिडी ऑटोमैटिक खाते में आ जाती है। अगर सब्सिडी का पैसा नहीं आ रहा है या कोई दिक्कत है, तो गैस कंपनी के नजदीकी एजेंसी, संबंधित बैंक या जनसेवा केंद्र में संपर्क किया जा सकता है।


निष्कर्ष

सरकार की पहल और अंतरराष्ट्रीय बाजार के सकारात्मक बदलाव से सितंबर 2025 में LPG गैस सिलेंडर की कीमतें घट गई हैं। कमर्शियल उपभोक्ता, होटल और छोटे व्यवसायी, उज्ज्वला योजना के लाभार्थी – सभी को राहत मिली है। अगर यही ट्रेंड इंटरनेशनल मार्केट में बना रहा तो घरेलु उपभोक्ताओं के लिए भी आगे और राहत संभव है।