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शिलाजीत: स्वास्थ्य के लिए 14 अद्भुत लाभ और सेवन की सावधानियाँ

शिलाजीत एक प्राचीन औषधि है जो शारीरिक शक्ति को बढ़ाने और कई स्वास्थ्य समस्याओं में राहत देने में मदद करती है। इसके सेवन से तनाव कम होता है, ऊर्जा बढ़ती है, और हड्डियों की सेहत में सुधार होता है। जानें इसके 14 अद्भुत लाभ और सेवन के दौरान क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
 

शिलाजीत क्या है?

शिलाजीत एक प्राकृतिक पदार्थ है जो प्राचीन वैदिक ग्रंथों के अनुसार पत्थरों से उत्पन्न होता है। गर्मियों में सूर्य की गर्मी से पहाड़ों की चट्टानों में धातु पिघलकर यह गाढ़ा, काला पदार्थ बनता है। इसका स्वाद कड़वा और गर्म होता है, और इसकी गंध गोमूत्र के समान होती है।


शिलाजीत के प्रकार

शिलाजीत मुख्यतः चार प्रकार का होता है: स्वर्ण, रजत, लौह और ताम्र। इसे सुबह एक गिलास पानी में मक्का के दाने या एक चुटकी के बराबर मिलाकर पीने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं।


शिलाजीत के 14 फायदे

शारीरिक शक्ति: यह पुरुषों की शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है। इसके सेवन के दौरान मिर्च, खटाई और अधिक नमक से बचना चाहिए।


तनाव की समस्या: शिलाजीत तनाव पैदा करने वाले हार्मोन्स को संतुलित करता है, जिससे तनाव की समस्या कम होती है।


ऊर्जा में वृद्धि: यह तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है, क्योंकि इसमें विटामिन और प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।


हड्डियों के रोग: यह हड्डियों की बीमारियों जैसे जोड़ों के दर्द और गठिया में राहत देता है।


ब्लडप्रेशर: शिलाजीत का सेवन रक्तचाप को सामान्य करने में मदद करता है।


बूढ़ा होने से बचाव: यह उम्र बढ़ने के प्रभावों को कम करता है और त्वचा को जवां बनाता है।


डायबिटीज: मधुमेह के रोगियों के लिए यह लाभकारी है।


दिमाग की क्षमता: यह दिमागी क्षमता को बढ़ाता है।


दिल की सेहत: दिल की बीमारियों में यह सहायक होता है।


सूजन: गठिया या सूजन की समस्या में राहत देता है।


पाचनतंत्र: यह पाचनतंत्र को मजबूत बनाता है।


किड़नी की समस्या: यह किड़नी और पैनक्रियाज की समस्याओं में मदद करता है।


कमजोर दिमाग: यह दिमाग की कमजोरी को दूर करता है।


रोगप्रतिरोधक क्षमता: यह शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।


शिलाजीत का सेवन करते समय सावधानियाँ

शिलाजीत का अधिक सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है। गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए।