वायरल बुखार के खतरनाक लक्षण: जानें कब डॉक्टर से मिलें
वायरल बुखार के लक्षणों पर ध्यान दें
वायरल बुखार के इन लक्षणों के हल्के में न लेंImage Credit source: Getty Images
वायरल बुखार के लक्षण: वायरल बुखार तब उत्पन्न होता है जब कोई वायरस शरीर में प्रवेश करता है। मौसम में बदलाव के दौरान, कुछ व्यक्तियों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे वायरस आसानी से उन पर हमला कर सकता है। यह संक्रमण गंदे पानी के सेवन या संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से फैलता है। जब वायरस शरीर में सक्रिय होता है, तो शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसे वायरल बुखार कहा जाता है।
मौसम में परिवर्तन के दौरान बुखार आना सामान्य है। हल्का दर्द, गले में खराश या हल्का बुखार होने पर लोग इसे सामान्य समझ लेते हैं, लेकिन कभी-कभी इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। कुछ लक्षण ऐसे हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
वायरल बुखार कैसे फैलता है
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड एसोसिएट हॉस्पिटल्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एलएच घोटेकर बताते हैं कि भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रहने, साफ-सफाई का ध्यान न रखने और गंदा पानी पीने से वायरल बुखार का खतरा बढ़ता है। बच्चे और बुजुर्ग इस बुखार से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं, क्योंकि उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। आइए जानते हैं वायरल बुखार के गंभीर लक्षण क्या हो सकते हैं।
1. तेज और लगातार बुखार
यदि बुखार 102 डिग्री से अधिक हो जाता है और दवा लेने पर भी कम नहीं होता, तो यह वायरल बुखार का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में शरीर में डिहाइड्रेशन और आंतरिक संक्रमण फैलने का खतरा होता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
2. सांस लेने में कठिनाई
यदि बुखार के साथ खांसी, सांस फूलना, या सीने में जकड़न महसूस हो रही है, तो यह वायरल बुखार का संकेत हो सकता है। समय पर ध्यान न देने पर यह फेफड़ों के संक्रमण या निमोनिया में बदल सकता है।
3. शरीर में तेज दर्द और कमजोरी
साधारण बुखार में हल्का दर्द और थकान होती है, लेकिन यदि मांसपेशियों या जोड़ों में अधिक दर्द हो, तो यह डेंगू या चिकनगुनिया के लक्षण हो सकते हैं।
4. उल्टी, दस्त या डिहाइड्रेशन
बुखार के साथ लगातार उल्टी या दस्त होने पर शरीर में पानी की कमी हो जाती है। यह स्थिति छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए गंभीर हो सकती है। ऐसे में तुरंत अस्पताल जाना चाहिए।
5. मानसिक भ्रम या दौरे
यदि वायरल बुखार के कारण मरीज को चक्कर, बेहोशी, या दौरे आने की स्थिति हो, तो यह गंभीर संकेत हो सकते हैं। ऐसे में तुरंत अस्पताल ले जाना आवश्यक है।
वायरल बुखार के लिए परीक्षण
वायरल बुखार की पहचान के लिए वायरल मार्कर टेस्ट किया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि शरीर में वायरस का स्तर क्या है। यदि स्तर अधिक है, तो उसके अनुसार उपचार किया जाता है।