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रिलायंस कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट, ED की कार्रवाई का असर

रिलायंस समूह की कंपनियों के शेयरों में हाल ही में भारी गिरावट आई है, जिसका मुख्य कारण प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई कार्रवाई है। अशोक कुमार पाल की गिरफ्तारी के बाद, रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में गिरावट देखी गई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे के कारणों के बारे में।
 

शेयरों में गिरावट का कारण

रिलायंस समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार, 13 अक्टूबर को सुबह के समय में काफी गिरावट आई। रिलायंस पावर के शेयर 10.5% की कमी के साथ 43.55 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए, जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर 4.5% गिरकर 231 रुपये प्रति शेयर पर आ गए। यह गिरावट प्रवर्तन निदेशालय द्वारा रिलायंस पावर के सीनियर एग्जीक्यूटिव अशोक कुमार पाल की गिरफ्तारी के बाद आई है। उन्हें फर्जी बैंक गारंटी और बिलिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसका नकारात्मक प्रभाव आज कंपनी के शेयरों पर पड़ा।


अशोक कुमार पाल की गिरफ्तारी

अशोक कुमार पाल को दो दिन की हिरासत में भेजा गया है और उन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। ED ने उनसे कई घंटों तक पूछताछ की है। यह जांच मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में चल रही है, जो वित्तीय गड़बड़ियों से संबंधित है। यह जांच 24 जुलाई को ED की बड़ी कार्रवाई के बाद शुरू हुई, जिसमें अनिल अंबानी ग्रुप की 35 जगहों, 50 कंपनियों और 25 से अधिक व्यक्तियों की तलाशी ली गई थी।


बैंक धोखाधड़ी का मामला

जांच NHB, SEBI, NFRA और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे कई संस्थानों से मिली जानकारी पर आधारित है। जांचकर्ताओं का कहना है कि अशोक पाल ने 68 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी बैंक गारंटी को सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को जमा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे कंपनी को धोखा दिया गया और पैसे का गबन किया गया।


शेयरों में उतार-चढ़ाव

शुक्रवार, 10 अक्टूबर को रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी आई थी, जब ये NSE पर 15% तक बढ़कर 50.75 रुपये तक पहुंच गए थे। उस दिन खरीदारी में रुचि बढ़ी थी और ट्रेडिंग वॉल्यूम भी अधिक था। लेकिन सोमवार सुबह 10:10 बजे तक रिलायंस पावर के शेयर 5% गिरकर 46.20 रुपये और रिलायंस इंफ्रा के शेयर 2% गिरकर 238 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे।