मिर्गी के लिए 20 प्रभावी घरेलू उपचार
मिर्गी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन कुछ घरेलू उपायों से इसके दौरे को नियंत्रित किया जा सकता है। इस लेख में हम 20 प्रभावी उपायों का उल्लेख कर रहे हैं, जैसे पेठा, तुलसी, और अंगूर का रस, जो मिर्गी के रोगियों के लिए लाभकारी हो सकते हैं। जानें कैसे ये उपाय आपकी सेहत में सुधार ला सकते हैं और मिर्गी के दौरे को कम कर सकते हैं।
Sep 23, 2025, 23:58 IST
मिर्गी के लिए रामबाण उपाय
मिर्गी के 20 प्रभावी उपाय:
- पेठा मिर्गी के लिए एक उत्कृष्ट घरेलू उपचार है। इसमें मौजूद पोषक तत्व मस्तिष्क के रसायनों को संतुलित करते हैं, जिससे मिर्गी की गंभीरता कम होती है। पेठे का जूस नियमित रूप से पीने से अधिक लाभ मिलता है। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें शक्कर और मुलहटी का पाउडर मिलाया जा सकता है।
- 100 मिली दूध में समान मात्रा में पानी मिलाकर उबालें और उसमें 4 कली लहसुन बारीक काटकर डालें। यह मिश्रण रात को सोते समय पीने से लाभ होता है।
- गाय के दूध से बना मक्खन मिर्गी में लाभकारी होता है। इसे प्रतिदिन 10 ग्राम खाना चाहिए।
- कुछ होम्योपैथिक दवाएं मिर्गी के लिए फायदेमंद साबित हुई हैं, जैसे क्युप्रम, आर्टीमेसिया, और हायोसायमस। इनका उपयोग लक्षणों के अनुसार किया जा सकता है।
- तुलसी की पत्तियों के साथ कपूर सुंघाने से मिर्गी के रोगी को होश आ जाता है।
- राई को पीसकर चूर्ण बना लें और जब रोगी को दौरा पड़े, तो इसे सुंघाने से बेहोशी दूर हो जाती है।
- मिर्गी के रोगी के लिए शहतूत का रस और सेब का जूस लाभकारी होता है।
- रोगी के पैरों के तलवों में आक के 8-10 बूंदें रोजाना शाम को मलने से लाभ होता है।
- तुलसी के पत्तों को पीसकर शरीर पर मलने से मिर्गी के रोगी को लाभ होता है।
- तुलसी के पत्तों के रस में थोड़ा सेंधा नमक मिलाकर नाक में टपकाने से मिर्गी के रोगी को लाभ होता है।
- थोड़ी हींग को नींबू के साथ चूसने से मिर्गी के रोगी को लाभ होता है।
- बादाम, बड़ी इलायची, अमरूद और अनार के 17 पत्तों को मिलाकर दो गिलास पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो नमक मिलाकर पिलाएं। इस तरह दिन में दो बार देने से मिर्गी रोग समाप्त हो जाता है।
- अंगूर का रस मिर्गी के लिए एक प्रभावी उपचार है। आधा किलो अंगूर का रस सुबह खाली पेट लेना चाहिए। यह उपचार 6 महीने करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
- एप्सम साल्ट (मेग्नेशियम सल्फेट) मिश्रित पानी से स्नान करने से दौरे कम होते हैं।
- मिट्टी को पानी में गीला करके रोगी के शरीर पर लगाने से लाभ होता है। एक घंटे बाद स्नान करें।
- विटामिन B6 (पायरीडॉक्सीन) का सेवन मिर्गी में फायदेमंद होता है। यह गाजर, मूंगफली, हरी सब्जियों और दालों में पाया जाता है। 150-200 मिलीग्राम विटामिन B6 लेना लाभकारी है।
- मानसिक तनाव और शारीरिक श्रम से बचना जरूरी है।
- 250 ग्राम बकरी के दूध में 50 ग्राम मेंहदी के पत्तों का रस मिलाकर सुबह पीने से दौरे बंद हो जाते हैं।
- रोजाना 20 तुलसी के पत्ते चबाने से रोग की गंभीरता में कमी आती है।