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भारत: वैश्विक निवेशकों का नया केंद्र, 81 बिलियन डॉलर का FDI

न्यूयॉर्क में आयोजित Kotak International India Insight Summit में नीलेश शाह ने भारत की आर्थिक स्थिति को उजागर किया। उन्होंने बताया कि भारत ने पिछले वर्ष 81 बिलियन डॉलर का FDI आकर्षित किया है, जो इसे वैश्विक निवेशकों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाता है। भारत की तकनीकी प्रगति, जैसे कि Agnikul Cosmos द्वारा विकसित 3D प्रिंटेड रॉकेट इंजन और ISRO की उपलब्धियाँ, इसे एक अनूठा स्थान बनाती हैं। जानें भारत की आर्थिक संभावनाओं और इसके विरोधाभासों के बारे में।
 

भारत की आर्थिक संभावनाएँ

भारत में 81 बिलियन डॉलर FDI से आए

न्यूयॉर्क में आयोजित Kotak International India Insight Summit में, कोटक एएमसी के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह ने भारत की आर्थिक स्थिति पर एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारत एक ऐसा देश है जो कई विरोधाभासों से भरा हुआ है, फिर भी यह तेजी से प्रगति कर रहा है। शाह ने कहा कि भविष्य में भारत वैश्विक विकास की गाड़ी को आगे बढ़ाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जबकि अन्य देश भारत के बाजारों को खोलने की बात करते हैं, असलियत यह है कि भारत ही एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जहां विदेशी निवेशक बैंकों, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम, FMCG और एसेट मैनेजमेंट जैसी प्रमुख कंपनियों में सबसे अधिक हिस्सेदारी रखते हैं।

भारत में 81 बिलियन डॉलर का FDI

चीन के विपरीत, भारत Meta, Google, X और Amazon जैसी विदेशी कंपनियों को यहां काम करने की पूरी स्वतंत्रता देता है। यह भारत के सिस्टम पर विश्वास को दर्शाता है। निवेश के आंकड़े भी भारत की ताकत को उजागर करते हैं। पिछले वर्ष, भारत ने 81 बिलियन डॉलर का FDI आकर्षित किया, जो वैश्विक स्तर पर लगभग 5% है। शाह ने यह भी बताया कि भारत ने पिछले 25 वर्षों में 500 बिलियन डॉलर से अधिक सोना खरीदा है, जो यहां की खपत और संपत्ति निर्माण की गति को दर्शाता है।

तकनीकी क्षेत्र में भी भारत की स्थिति अनूठी है। जबकि उन्नत जेट इंजन के लिए भारत अभी भी विदेशी स्रोतों पर निर्भर है, भारतीय स्टार्टअप Agnikul Cosmos ने दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल-पीस 3D प्रिंटेड रॉकेट इंजन विकसित किया है। ISRO ने कम बजट में चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की है और एक बार में 104 उपग्रहों को लॉन्च करके विश्व रिकॉर्ड बनाया है।

भारत में FDA-अप्रूव्ड फैक्ट्रियों की संख्या

हालांकि AI के क्षेत्र में भारत के पास कोई प्रमुख फाउंडेशन मॉडल नहीं है, लेकिन Jio और Airtel की साझेदारी ने 80 करोड़ लोगों को AI की पहुंच प्रदान की है। इसके परिणामस्वरूप Maya-1 और Luna जैसे ओपन-सोर्स AI सहायक विकसित हुए हैं, जो मानवों की तरह संवाद करते हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी यही स्थिति है। गांवों में अस्पतालों की कमी है, लेकिन हैदराबाद का Genome Valley दुनिया में सबसे अधिक FDA-अप्रूव्ड फैक्ट्रियों वाला क्षेत्र है। भारत अमेरिका को 40% जेनेरिक दवाइयाँ प्रदान करता है।

शाह ने कहा कि भारत को केवल आंकड़ों के माध्यम से नहीं समझा जा सकता। भारत की सुंदरता इसके विरोधाभासों में निहित है। यहां की हलचल में नई संभावनाएँ छिपी होती हैं। उन्होंने कहा कि जब आप इस देश के इस अनोखे मिश्रण को अपनाते हैं, तभी आप सच में भारत का हिस्सा बन जाते हैं।