भारत में चांदी की मांग और ETF निवेश में वृद्धि
सिल्वर मार्केट की स्थिति
सिल्वर मार्केट
पिछले छह महीनों में चांदी की कीमतों में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है, लेकिन अब इसकी तेजी में थोड़ी कमी आई है। 17 अक्टूबर 2025 को चांदी ने 54.48 डॉलर प्रति औंस का नया रिकॉर्ड बनाया था, जिसके बाद कीमतों में स्थिरता देखी जा रही है। RiddiSiddhi Bullions Ltd. के प्रबंध निदेशक और इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रिथ्वीराज कोठारी के अनुसार, सोना और चांदी दोनों अपनी अगली बड़ी वृद्धि से पहले एक मजबूत आधार बनाने का प्रयास कर रहे हैं। अमेरिका में सरकारी शटडाउन और बड़े पैमाने पर नौकरी में कटौती जैसी घटनाएं इनकी कीमतों को समर्थन दे रही हैं.
2025 में चांदी की कीमतों में वृद्धि के कारण
2025 में सिल्वर की कीमतें क्यों बढ़ीं?
सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार, आर्थिक अनिश्चितता और जियोपॉलिटिकल तनाव के कारण लोगों ने चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में अपनाया है। विशेष रूप से ETF और ETP जैसे एक्सचेंज-ट्रेडेड उत्पादों में निवेश में तेजी आई है। भारत और चीन जैसे बड़े बाजारों से मजबूत मांग और लंदन-न्यूयॉर्क के बीच डिलीवरी में कठिनाइयाँ भी कीमतों को बढ़ा रही हैं। इस वर्ष सोने की रिकॉर्ड कीमतों का भी चांदी पर प्रभाव पड़ा है, क्योंकि इसे सोने की तुलना में सस्ता और सुरक्षित विकल्प माना जाता है.
गोल्ड-टू-सिल्वर रेशियो में गिरावट
गोल्ड-टू-सिल्वर रेशियो गिरा
पहले यह रेशियो 100 से ऊपर था, लेकिन अब यह लगभग 80 पर है। इसका अर्थ है कि चांदी अभी भी सोने की तुलना में कम मूल्य पर है, जिससे आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई है। आने वाले समय में ट्रम्प प्रशासन की टैक्स नीति, US Fed के रेट कट और वैश्विक जियोपॉलिटिकल हालात सोने और चांदी दोनों की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं। उद्योग में चांदी की मांग भी बढ़ रही है, जिससे 2025 में मांग की आपूर्ति से अधिक रहने की उम्मीद है, जो कीमतों को समर्थन देगा.
भारत में चांदी ETF का विकास
भारत में सिल्वर ETF
सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फिजिकल सिल्वर मार्केट है। कई बार भारत ने फिजिकल खरीद में अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। भारतीय लोग पारंपरिक रूप से चांदी की बिस्कुट या बार खरीदते हैं। 2024 में कुल रिटेल मांग का 70% केवल बार्स से आया। ETP (Exchange Traded Products) भारत में 2022 में लॉन्च हुए थे। शुरू में इनका प्रदर्शन कमजोर था, लेकिन पिछले 18 महीनों में इनकी होल्डिंग्स जून 2025 तक 51% बढ़कर 58 Moz (1,800 टन) तक पहुंच गईं। ये ETF उन नए निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं जो शेयर बाजार में सक्रिय हैं लेकिन फिजिकल चांदी खरीदना पसंद नहीं करते.
आज के रेट और भविष्य की संभावनाएँ
आज के रेट और आगे की चाल
भारत में आज चांदी का भाव ₹1,47,540 प्रति किलो है, जबकि सोने का भाव ₹1,21,240 प्रति 10 ग्राम है। चांदी की कीमतें इस वर्ष अब तक 65% बढ़ चुकी हैं, जबकि पिछले एक महीने में केवल 1% की वृद्धि हुई है। सोना भी पिछले महीने के स्तर पर वापस आ गया है.