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भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट: 1.35 लाख करोड़ का नुकसान

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हाल ही में गिरावट आई है, जिसमें 1.35 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पिछले 13 महीने में यह भंडार एक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था, लेकिन अब इसमें लगातार कमी देखी जा रही है। जानें कि आरबीआई ने रुपए को स्थिर रखने के लिए क्या कदम उठाए हैं और इसके पीछे के कारण क्या हैं। इस लेख में हम आपको फॉरेक्स रिजर्व के घटने के आंकड़े और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से बताएंगे।
 

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का विश्लेषण

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हाल ही में गिरावट आई है। Image Credit source: फाइल फोटो

लगभग 13 महीने पहले, देश ने विदेशी मुद्रा भंडार में एक ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुंचा था। इसके बाद से इस रिकॉर्ड के टूटने की आशंका बनी हुई थी। कई बार ऐसा लगा कि यह रिकॉर्ड टूट जाएगा, लेकिन हाल ही में इसमें बड़ी गिरावट आई है। पिछले तीन हफ्तों में, विदेशी मुद्रा भंडार में 1.35 लाख करोड़ रुपये से अधिक की कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, विदेशी मुद्रा संपत्तियों और सोने के भंडार दोनों में कमी आई है। यदि यह स्थिति बनी रही, तो देश का सोने का भंडार फिर से 100 अरब डॉलर से नीचे जा सकता है। आइए जानते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों में क्या जानकारी मिली है।

विदेशी मुद्रा भंडार में कमी

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 7 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.69 अरब डॉलर घटकर 687.03 अरब डॉलर रह गया। पिछले कुछ हफ्तों से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का रुख देखा जा रहा है। पिछले सप्ताह में, यह 5.62 अरब डॉलर घटकर 689.73 अरब डॉलर रह गया था। यह लगातार तीसरा हफ्ता है जब विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई है।

इस दौरान, देश के फॉरेक्स रिजर्व से 1.35 लाख करोड़ रुपये यानी 15.25 अरब डॉलर कम हो चुके हैं। 27 सितंबर को समाप्त सप्ताह में, विदेशी मुद्रा भंडार 704.89 अरब डॉलर पर पहुंच गया था, जो एक रिकॉर्ड था। 12 सितंबर से 17 अक्टूबर के बीच, तीन बार ऐसा लगा कि विदेशी मुद्रा भंडार अपने उच्चतम स्तर को पार कर जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई।

फॉरेक्स रिजर्व में कमी के कारण

  1. शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 7 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का मुख्य घटक विदेशी मुद्रा संपत्तियां 2.45 अरब डॉलर घटकर 562.14 अरब डॉलर रह गईं।
  2. आरबीआई ने बताया कि इस सप्ताह के दौरान सोने के भंडार का मूल्य 19.5 करोड़ डॉलर घटकर 101.53 अरब डॉलर रह गया।
  3. स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (एसडीआर) भी 5.1 करोड़ डॉलर घटकर 18.59 अरब डॉलर रह गया।
  4. आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत का आरक्षित भंडार 4.77 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा।

रुपए को स्थिर करने के प्रयास

विशेषज्ञों का मानना है कि आरबीआई ने रुपए को स्थिर रखने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग किया है। हाल के दिनों में रुपए में गिरावट देखी गई है, जिसे नियंत्रित करने के लिए आरबीआई ने हस्तक्षेप किया है। इसके अलावा, विदेशी मुद्रा व्यापारियों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने के कारण रुपए में आई गिरावट को रोकने के लिए आरबीआई ने फॉरेक्स रिजर्व का उपयोग किया है। इसके साथ ही, भारत अब डॉलर पर निर्भरता कम करने के लिए डॉलर की खरीदारी में कमी कर रहा है और सोने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।