पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त: ई-केवाईसी न कराने पर रुक सकती है राशि
पीएम किसान की 21वीं किस्त का ऐलान
पीएम किसान की 21वीं किस्त
किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समय आ गया है। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त जारी करने की तारीख की घोषणा कर दी है। योग्य किसानों के खातों में 2000 रुपये की यह किस्त 19 नवंबर को भेजी जाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह किस्त रुक भी सकती है? यदि आपने ई-केवाईसी कराने में कोई गलती की, तो आपके खाते में पैसे नहीं आएंगे। इस लेख में हम आपको ई-केवाईसी कराने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे, जिसे आप आसानी से घर बैठे पूरा कर सकते हैं।
इस योजना का लाभ उन किसानों को दिया जा रहा है जिनकी भूमि का विवरण पीएम किसान पोर्टल पर दर्ज है, जिनके बैंक खाते आधार कार्ड से जुड़े हैं और जिन्होंने अपना ई-केवाईसी पूरा कर लिया है। पीएम किसान योजना में लाभार्थियों की पहचान के लिए आधार एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। किसान निम्नलिखित विकल्पों में से किसी एक का उपयोग करके अपना ई-केवाईसी पूरा कर सकते हैं:
- ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी
- बायोमेट्रिक-आधारित ई-केवाईसी
- फेस-ऑथेंटिकेशन आधारित ई-केवाईसी
पीएम किसान पोर्टल की विशेषताएँ
किसान pmkisan.gov.in पोर्टल पर जाकर “किसान कॉर्नर” सेक्शन में नए “अपनी स्थिति जानें” फीचर का उपयोग करके अपनी जानकारी देख सकते हैं। यह पोर्टल किसानों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान करता है। इसके अलावा, किसान नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके साथ ही, किसान इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) के माध्यम से घर बैठे ही आधार से जुड़ा बैंक खाता खोल सकते हैं।
किसान अपने मोबाइल फोन से ई-केवाईसी कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सबसे सरल और नवीनतम है। इसके लिए आपको कुछ चरणों का पालन करना होगा:
- गूगल प्ले स्टोर से PM-Kisan Mobile App और Aadhaar Face RD App डाउनलोड करें।
- ऐप खोलकर अपने पीएम किसान वाले मोबाइल नंबर से लॉगिन करें।
- लाभार्थी स्थिति वाले पेज पर जाएं।
- यदि ई-केवाईसी स्थिति “नहीं” दिखती है, तो ई-केवाईसी पर क्लिक करें, अपना आधार नंबर डालें और चेहरे की पहचान के लिए अनुमति दें।
- चेहरा सही तरीके से स्कैन होने पर ई-केवाईसी पूरी हो जाएगी।
ध्यान रखें कि किसी भी तरीके से की गई ई-केवाईसी की जानकारी 24 घंटे बाद लाभार्थी स्थिति में दिखाई देगी। किसान अपनी स्थिति पीएम किसान पोर्टल और किसान-ई-मित्र (PM Kisan) के केवाईसी सेक्शन से भी देख सकते हैं.