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दशहरे पर भाग्य बढ़ाने के उपाय: रावण की राख से लाभ उठाएं

दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, हर साल अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक बनकर मनाया जाता है। इस लेख में, हम रावण की राख से जुड़े चार महत्वपूर्ण उपायों के बारे में जानेंगे, जो आपके जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मकता लाने में मदद कर सकते हैं। जानें कैसे ये उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने, दुश्मनों पर विजय पाने, आर्थिक संकट से राहत और बुरी नजर से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।
 

दशहरे के उपाय


Dussehra Remedies: दशहरा, जिसे विजयादशमी भी कहा जाता है, हर साल देशभर में श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाते हैं। परंपरा के अनुसार, रावण के जलने के बाद बची हुई राख को फेंकना उचित नहीं माना जाता। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, इन राखों के साथ कुछ विशेष अनुष्ठान करने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है, आर्थिक लाभ के अवसर बढ़ते हैं, और दुश्मनों पर विजय मिलती है। आइए जानते हैं दशहरा 2025 के लिए रावण की राख से चार उपाय जो भाग्य ला सकते हैं। भोपाल के ज्योतिषी और वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा इस विषय पर अधिक जानकारी देते हैं।



विजयादशमी का महत्व
दशहरा हर साल आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष, यह त्योहार 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम ने इस दिन रावण का वध किया था, और देवी दुर्गा ने महिषासुर का नाश किया था, जिससे देवताओं की विजय हुई। इसलिए, यह दिन सत्य की असत्य पर और प्रकाश की अंधकार पर विजय का प्रतीक माना जाता है। रावण के जलने के बाद लोग उसकी राख को घर ले जाकर विभिन्न अनुष्ठान करते हैं ताकि उनके जीवन में सुख और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।


1. नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति
यदि आपके घर में नकारात्मक वातावरण बना हुआ है, तो दशहरे की रात रावण की राख को लाल कपड़े में बांधकर मुख्य प्रवेश द्वार पर रखें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और घर में सकारात्मकता आती है। इसे शुभ आरंभ का प्रतीक माना जाता है।


2. दुश्मनों पर विजय
कहा जाता है कि रावण की राख में शक्ति छिपी होती है। यदि कोई व्यक्ति इस राख का थोड़ा सा हिस्सा अपने सिर पर लगाता है, तो वह अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त करने लगता है। यह अनुष्ठान प्राचीन समय से लोगों के बीच प्रचलित है।


3. आर्थिक संकट से राहत
यह उपाय उन लोगों के लिए लाभकारी माना जाता है जो आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। रावण के जलने के बाद बची हुई लकड़ी को अपने घर के तिजोरी में रखें। इससे धन में वृद्धि होती है और धीरे-धीरे आर्थिक समस्याएं हल होती हैं।



4. बुरी नजर से सुरक्षा
कभी-कभी, जीवन की प्रगति रुक जाती है या समस्याएं अचानक बढ़ जाती हैं, जिसे बुरी नजर से जोड़ा जा सकता है। ऐसी स्थिति में, दशहरे की रात रावण की राख को अपने हाथों में लेकर अपने पूरे शरीर के चारों ओर घुमाएं और फिर इसे फेंक दें। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव और बुरी नजर दोनों से सुरक्षा मिलती है।



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