चंडीगढ़ में वीआईपी नंबरों की नीलामी: CH01-DC-0001 ने तोड़ा रिकॉर्ड
चंडीगढ़ में वीआईपी नंबरों की नीलामी का आयोजन
फाइल फोटो
चंडीगढ़ में हाल ही में आयोजित वीआईपी नंबरों की नीलामी में CH01-DC-0001 ने 31.35 लाख रुपये में बिककर नया रिकॉर्ड स्थापित किया। प्रशासन ने 20 से 22 दिसंबर के बीच 485 नंबरों की ई-नीलामी की, जिससे कुल 2 करोड़ 96 लाख 31 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। दूसरे सबसे महंगे नंबर CH01-DC-0009 की बोली 20 लाख 72 हजार रुपये में लगी।
चंडीगढ़ प्रशासन के पंजीकरण एवं लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने नई श्रृंखला CH01-DC के नंबरों 0001 से 9999 तक और पिछले फैंसी नंबरों की ई-नीलामी की। इस प्रक्रिया में 485 नंबरों की बिक्री हुई, जिससे कुल 2 करोड़ 96 लाख 31 हजार रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
दूसरे नंबर पर सीएच01-डीसी-0009
सीएच01-डीसी-0001 के बाद, सीएच01-डीसी-0009 ने 20 लाख 72 हजार रुपये में बिक्री का दूसरा स्थान प्राप्त किया। इसके अलावा, सीएच01-डीसी-0007 नंबर 16 लाख 13 हजार, सीएच01-डीसी-9999 नंबर 13 लाख 66 हजार, और सीएच01-डीसी-0005 नंबर 11 लाख 7 हजार में बिके।
अन्य नंबरों में सीएच01-डीसी-0010 10 लाख 17 हजार, सीएच01-डीसी-0006 7 लाख 2 हजार, सीएच01-डीसी-0003 5 लाख 63 हजार, और सीएच01-डीसी-7777 5 लाख 26 हजार रुपये में नीलाम हुए।
नंबरों की नीलामी की प्रक्रिया
परिवहन विभाग साल में कई बार वीआईपी नंबरों की नीलामी करता है, जिससे सरकार को अधिकतम राजस्व प्राप्त हो सके। इस प्रक्रिया में सबसे अधिक बोली लगाने वाले को नंबर दिया जाता है। कभी-कभी, यह नीलामी ऑनलाइन भी आयोजित की जाती है, जहां सभी वीआईपी नंबरों की सूची साझा की जाती है और आवेदक वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग कर सकते हैं।
लग्जरी गाड़ियों में इन नंबरों का उपयोग
ये वीआईपी नंबर आमतौर पर लग्जरी गाड़ियों के लिए उपयोग किए जाते हैं, और अक्सर नेता या उद्योगपति इन्हें खरीदते हैं। नंबरों की नीलामी से सरकार को अच्छा राजस्व मिलता है, जिसका उपयोग विभाग के खर्चों में किया जाता है। जब भी नीलामी होती है, इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाती है ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग ले सकें।