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ग्रोव के शेयरों में भारी गिरावट, निवेशकों की बेचैनी बढ़ी

ग्रोव के शेयरों में हाल ही में 10% की गिरावट आई है, जिससे निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई है। शेयर लोअर सर्किट में फंस गए हैं और 30 लाख शेयर नीलामी में चले गए हैं। 21 नवंबर को कंपनी के तिमाही नतीजे और 10 दिसंबर को लॉक-इन पीरियड खत्म होने की तारीख निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हैं। जानें इस गिरावट के पीछे के कारण और भविष्य की संभावनाएं।
 

ग्रोव के शेयरों में गिरावट का कारण

ग्रोव के शेयर 10% गिरकर लोअर सर्किट पर पहुँच गए हैं।

19 नवंबर, बुधवार को शेयर बाजार में हलचल मची, खासकर उन निवेशकों के लिए जिन्होंने हाल ही में ग्रोव में निवेश किया था। ग्रोव की मूल कंपनी, 'बिलेनियर्स गैराज वेंचर्स लिमिटेड' के शेयरों ने लिस्टिंग के बाद तेजी से बढ़त बनाई थी, लेकिन आज अचानक गिरावट का सामना करना पड़ा। पिछले छह दिनों से लगातार बढ़ते शेयर ने आज 10% की गिरावट के साथ लोअर सर्किट पर पहुँच गया।

शेयर लोअर सर्किट में फंसा

जैसे ही बाजार खुला, ग्रोव के शेयरों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया। शेयर का मूल्य 10% गिरकर 169.89 रुपये पर आ गया। यह गिरावट इतनी तेज थी कि शेयर लोअर सर्किट में फंस गया, जिसका मतलब है कि उस दिन शेयर में और गिरावट नहीं हो सकती। इस स्थिति में केवल बेचने वाले ही बाजार में होते हैं, खरीदार गायब हो जाते हैं।

बुधवार को एक्सचेंज ने इस शेयर की सर्किट लिमिट में भी बदलाव किया है। पहले यह 20% थी, जिसे घटाकर 10% कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब इस शेयर में एक दिन में 10% से अधिक उतार-चढ़ाव नहीं होगा। यह कदम तब उठाया जाता है जब किसी शेयर में अत्यधिक अस्थिरता की आशंका होती है।

30 लाख शेयरों का फंसना

इस गिरावट के बीच एक तकनीकी समस्या भी सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, ग्रोव के लगभग 30 लाख शेयर एनएसई की नीलामी प्रक्रिया में चले गए हैं। सवाल यह है कि ऐसा क्यों हुआ?

दरअसल, कई ट्रेडर्स 'शॉर्ट सेलिंग' करते हैं, यानी वे पहले शेयर बेच देते हैं, यह सोचकर कि जब भाव गिरेगा तो वे इसे सस्ते में खरीद लेंगे। ऐसा लगता है कि कई ट्रेडर्स ने ग्रोव के गिरने की उम्मीद में शॉर्ट सेलिंग की, लेकिन जब डिलीवरी का समय आया, तो वे शेयर का इंतजाम नहीं कर सके। इस वजह से अब इन सौदों को निपटाने के लिए शेयरों की नीलामी की जरूरत पड़ी है।

10 दिसंबर की तारीख महत्वपूर्ण

यदि आप इस कंपनी में निवेशित हैं या निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपको दो तारीखें याद रखनी चाहिए। पहली तारीख 21 नवंबर है, जब कंपनी अपनी जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित करेगी। यह कंपनी का पहला रिपोर्ट कार्ड होगा।

दूसरी और महत्वपूर्ण तारीख 10 दिसंबर है। इस दिन कंपनी के शेयरों का एक महीने का लॉक-इन पीरियड समाप्त हो रहा है। जैसे ही यह अवधि खत्म होगी, लगभग 14.92 करोड़ शेयर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। यदि पुराने निवेशक मुनाफा निकालने का निर्णय लेते हैं, तो शेयर के मूल्य पर भारी दबाव पड़ सकता है।

आईपीओ निवेशक अभी भी मुनाफे में

हालांकि बुरी खबरों के बावजूद, आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशक अभी भी मुनाफे में हैं। कंपनी का आईपीओ 100 रुपये पर आया था और आज की गिरावट के बावजूद शेयर 169.89 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। इसका मतलब है कि आईपीओ प्राइस से यह अभी भी लगभग 70% ऊपर है।