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ग्रो के आईपीओ से किसान के बेटे की अरबों की दौलत

ग्रो के आईपीओ ने एक किसान के बेटे को अरबपति बना दिया है। इस लेख में हम ग्रो के सह-संस्थापक ललित केशरे की सफलता की कहानी और कंपनी के शेयरों की स्थिति पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे ग्रो ने भारतीय स्टार्टअप परिदृश्य में एक नया मुकाम हासिल किया है और इसके अन्य सह-संस्थापकों की संपत्ति में भी वृद्धि हुई है।
 

ग्रो के मालिक की संपत्ति

ग्रो के मालिक की दौलत

शेयर बाजार में कई आईपीओ नियमित रूप से आते हैं, जिनमें से कुछ सफल होते हैं जबकि अन्य असफल रहते हैं। इन दोनों ही स्थितियों में एक बात समान होती है - चर्चा। चाहे निवेशकों को लाभ हो या नुकसान, चर्चा तो होती है। वर्तमान में ग्रो के आईपीओ की सकारात्मक चर्चा हो रही है। इसके मालिक भी सुर्खियों में हैं, क्योंकि कंपनी का आईपीओ सफल रहा है और इसने एक किसान के बेटे को अरबपति बना दिया है। आइए जानते हैं ग्रो के मालिक के बारे में और कंपनी के हालिया प्रदर्शन पर नजर डालते हैं।

ग्रो के सह-संस्थापक और सीईओ ललित केशरे अब अरबपति बन गए हैं। कंपनी के शेयरों की शानदार शुरुआत के बाद, वे भारत के अरबपति क्लब में शामिल हो गए हैं। मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव के किसान के बेटे का एक प्रमुख फिनटेक कंपनी का प्रमुख बनना भारत के स्टार्टअप क्षेत्र में बढ़ते अवसरों को दर्शाता है।


कंपनी के शेयरों की स्थिति

केशरे के पास 55.91 करोड़ शेयर हैं, जो ग्रो में उनकी 9.06 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्शाते हैं। ग्रो की पैरेंट कंपनी के शेयर आज भी तेजी के साथ बंद हुए हैं। कंपनी के स्टॉक में लगभग 17 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। उनकी हिस्सेदारी का मूल्य 9448 करोड़ रुपये है, जो उन्हें लगभग 1 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचाता है। 12 नवंबर को 100 रुपये प्रति शेयर पर सूचीबद्ध होने के बाद, इस शेयर ने चार सत्रों में 70 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है और इसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है, जो हाल के समय में सबसे मजबूत शुरुआतों में से एक है।


ग्रो की स्थापना की कहानी

ग्रो की स्थापना 2016 में फ्लिपकार्ट के पूर्व कर्मचारियों ललित केशरे, हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह ने की थी। केशरे, जो अब 44 वर्ष के हैं, साधारण परिस्थितियों में बड़े हुए और मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के एकमात्र अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई की। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने आईआईटी बॉम्बे में प्रवेश लिया, जहां से उन्होंने प्रौद्योगिकी में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने फ्लिपकार्ट में अपने करियर की शुरुआत की, जहां वे शुरुआती उत्पाद प्रबंधकों में से एक थे और फिर 2016 में ग्रो की स्थापना की।

इस लिस्टिंग ने अन्य तीन सह-संस्थापकों की संपत्ति में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है। हर्ष जैन के 41.16 करोड़ शेयरों का मूल्य वर्तमान में 6956 करोड़ रुपये है, ईशान बंसल के 27.78 करोड़ शेयरों का मूल्य 4695 करोड़ रुपये है और नीरज सिंह के 38.32 करोड़ शेयरों का मूल्य 6476 करोड़ रुपये है।