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एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ: निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत कर रहा है। 11,607 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को 54.02 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है, जो इसे 2008 के बाद का सबसे बड़ा इश्यू बनाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसकी लिस्टिंग 30-35 प्रतिशत प्रीमियम पर हो सकती है। जानें इस आईपीओ के बारे में और क्या कहते हैं जानकार।
 

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ


एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ


एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का 11,607 करोड़ रुपये का आईपीओ बुधवार को निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की कम वैल्यूएशन और मजबूत व्यापार संभावनाओं के चलते इस शेयर में रुचि बढ़ सकती है। यही वजह है कि 2025 में कंपनी का आईपीओ सबसे अधिक सब्सक्राइब हुआ है। ग्रे मार्केट में भी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में तेजी देखी जा रही है, और अनुमान है कि यह शेयर 30 से 35 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्ट हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, टाटा कैपिटल की तुलना में एलजी को बेहतर लिस्टिंग मिल सकती है।


लिस्टिंग का अनुमान

स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट, प्रथमेश मसदेकर ने एक रिपोर्ट में बताया कि इस इश्यू का वैल्यूएशन प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम है और कंपनी कर्ज मुक्त है। इसके साथ ही, इसका रिटर्न रेशियो भी मजबूत है। लिस्टिंग में 30-35 प्रतिशत की बढ़त के संकेत मिल रहे हैं। सोमवार को एलजी का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) 360 रुपये था, जो आईपीओ प्राइस 1,140 रुपये से 31.6 प्रतिशत अधिक है। हालांकि, यह प्रीमियम शुक्रवार के 395 रुपये से घट गया है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की स्नेहा पोद्दार ने कहा कि व्यापक बाजार में कमजोर धारणा और मुनाफावसूली के कारण जीएमपी में मामूली गिरावट आई है। फिर भी, आईपीओ की कीमत उचित है, जिससे निवेशकों की रुचि बढ़ रही है और यह एक मजबूत लिस्टिंग का संकेत है।


2008 के बाद सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ को 54.02 गुना सब्सक्रिप्शन मिला है। यह 2008 में रिलायंस पावर के बाद अब तक की दूसरी सबसे अधिक बोलियों वाला इश्यू है। यह उन आईपीओ में शामिल है जिन्होंने 10,000 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए हैं। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि यदि लिस्टिंग असाधारण रूप से ऊंची रहती है, तो मुनाफावसूली हो सकती है, लेकिन यदि लिस्टिंग लगभग 15-20 प्रतिशत पर होती है, तो वैल्यूएशन में छूट इस लाभ को उचित ठहरा सकती है।


किसने लगाई थीं सबसे ज्यादा बोलियां

एलजी के आईपीओ में संस्थागत निवेशकों ने सबसे अधिक रुचि दिखाई, जिन्होंने निर्धारित शेयरों की तुलना में 166.5 गुना अधिक बोलियां लगाईं। खुदरा निवेशकों ने 3.55 गुना और गैर-संस्थागत या हाई नेटवर्थ वाले निवेशकों ने 22.45 गुना सब्सक्रिप्शन किया। आईसीआईसीआई डायरेक्ट के रिसर्च एनालिस्ट, जयमीन त्रिवेदी ने कहा कि एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स की विविध रेंज के उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों के संयोजन से यह लगभग 30-35 प्रतिशत की लिस्टिंग पॉप के लिए तैयार है।