मारुति सुजुकी का नया विक्टोरिस: वैश्विक बाजार में विस्तार की योजना
मारुति सुजुकी का विक्टोरिस
मारुति सुजुकी ने हाल ही में विक्टोरिस को लॉन्च किया है, जो कि ह्युंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस जैसे प्रतिद्वंद्वियों का मुकाबला करने के लिए है। जबकि घरेलू बिक्री पर ध्यान केंद्रित किया गया है, सुजुकी इस मॉडल के माध्यम से वैश्विक बाजार में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाने की योजना बना रही है।
सुजुकी की निर्यात रणनीति
वर्तमान में, मारुति का कॉम्पैक्ट एसयूवी ग्रैंड विटारा लगभग 60 देशों में निर्यात किया जा रहा है। विक्टोरिस का लक्ष्य 100 से अधिक देशों में पहुंचना है। कंपनी ने ई-विटारा के लिए भी इसी तरह की योजनाएँ बनाई हैं, और इसके निर्यात की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
निर्यात संख्या में वृद्धि
हाल के रुझानों से पता चलता है कि भारत में निर्यात-उन्मुख उत्पादन बढ़ रहा है, और मारुति का निर्यात में हिस्सा लगातार बढ़ रहा है। अगस्त 2025 में, मारुति ने कुल 36,538 कारों का निर्यात किया, जो कि कंपनी की कुल बिक्री का लगभग 20% था।
मारुति का वैश्विक निर्यात लाइनअप
मारुति पहले से ही कई मॉडलों का निर्यात कर रही है, जिसमें फ्रॉन्क्स, जिम्नी, डिजायर, बलेनो, स्विफ्ट, अर्टिगा, सेलेरियो, एस-प्रेसो, ईको, सियाज, ग्रैंड विटारा, आल्टो, ब्रेज़ा, इग्निस, एक्सएल6, और वैगन आर शामिल हैं। इनमें से, फ्रॉन्क्स सबसे अधिक निर्यात किया जाने वाला मॉडल है, जिसने हाल ही में 1 लाख निर्यात का मील का पत्थर पार किया है।