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भारतीय दुल्हनों के लाल जोड़े का महत्व: ज्योतिष और धार्मिक दृष्टिकोण

भारतीय दुल्हनों के लाल जोड़े का चुनाव केवल एक फैशन नहीं, बल्कि इसके पीछे गहरे धार्मिक और ज्योतिषीय कारण हैं। यह रंग शक्ति, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है। जानें कि कैसे लाल रंग नव-विवाहित जीवन में सकारात्मकता लाता है और मंगल ग्रह का प्रभाव दुल्हनों के लिए महत्वपूर्ण क्यों है। इस लेख में हम इस परंपरा के पीछे के रहस्यों का अन्वेषण करेंगे।
 

दुल्हन का लाल जोड़ा: एक परंपरा

दुल्हन लाल जोड़ा क्यों चुनती है?Image Credit source: freepik

लाल दुल्हन के परिधान का अर्थ: भारतीय विवाह केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं है, बल्कि यह दो परिवारों और विभिन्न परंपराओं का संगम है। इस प्रक्रिया में सबसे आकर्षक दृश्य दुल्हन का लाल जोड़ा होता है। यह रंग सदियों से भारतीय दुल्हनों के लिए न केवल एक फैशन स्टेटमेंट रहा है, बल्कि इसके पीछे गहरे ज्योतिषीय, धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ भी छिपे हुए हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि बाजार में इतने सारे रंगों के बावजूद, अधिकांश दुल्हनें लाल रंग को ही क्यों चुनती हैं? आइए, इस शुभ रंग के पीछे के ज्योतिषीय और धार्मिक कारणों को समझते हैं.

धार्मिक और पौराणिक महत्व

भारतीय धार्मिक ग्रंथों और लोक कथाओं में लाल रंग को पवित्र और शुभ माना गया है.

शक्ति का प्रतीक

मां दुर्गा और लक्ष्मी: लाल रंग को शक्ति और समृद्धि की देवी, मां दुर्गा और मां लक्ष्मी से जोड़ा जाता है। मां दुर्गा का आशीर्वाद नई शुरुआत, शक्ति और सुरक्षा प्रदान करता है, जबकि मां लक्ष्मी का आशीर्वाद धन और सौभाग्य लाता है। दुल्हन लाल रंग पहनकर इन दोनों देवियों के गुणों को धारण करती है.

सौभाग्य का प्रतीक: हिंदू धर्म में विवाहित महिलाएं लाल बिंदी, सिंदूर, और चूड़ियां पहनती हैं। लाल जोड़ा पहनना भी इसी ‘सौभाग्यवती’ होने के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.

नव-विवाहित जीवन की शुभता

लाल रंग को प्रेम, जुनून, उत्साह और उत्कृष्टता का रंग माना जाता है। यह नव-विवाहित जीवन में आने वाले नए उत्साह और जोश को दर्शाता है। माना जाता है कि यह रंग नकारात्मक शक्तियों को दूर रखता है और बुरी नज़र से बचाता है, जिससे दुल्हन का जीवन मंगलमय बना रहे.

ज्योतिषीय दृष्टिकोण

धार्मिक कारणों के अलावा, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी लाल रंग का विशेष महत्व है.

मंगल ग्रह का प्रभाव

मंगल, ऊर्जा और विवाह का कारक: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लाल रंग मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल को ऊर्जा, पराक्रम, और साहस का ग्रह माना जाता है। यह ग्रह वैवाहिक जीवन में संतोष और स्थिरता लाने वाला माना जाता है। चूंकि विवाह जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है, इसलिए मंगल के शुभ प्रभाव को प्राप्त करने के लिए दुल्हन लाल रंग धारण करती है.

मेष और वृश्चिक राशि का संबंध

जिन दुल्हनों की राशि मेष या वृश्चिक होती है, उनका स्वामी ग्रह मंगल होता है, इसलिए उनके लिए भी लाल रंग पहनना बहुत शुभ माना जाता है.