आक पौधे के अद्भुत लाभ और सावधानियाँ
आक पौधा, जिसे मदार के नाम से भी जाना जाता है, कई औषधीय गुणों से भरपूर है। इसके पत्ते और जड़ें विभिन्न बीमारियों के उपचार में सहायक हो सकती हैं। हालांकि, इसके विषैले गुणों के कारण इसका सेवन सावधानी से करना आवश्यक है। इस लेख में आक के पौधे के लाभ और इसके हानिकारक प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
Jun 21, 2025, 04:55 IST
आक पौधे की पहचान और उपयोग
आक का पौधा, जिसे आमतौर पर मदार या अर्क के नाम से जाना जाता है, शुष्क और ऊँची भूमि पर आसानी से पाया जाता है। हालांकि, इसके औषधीय गुणों के बारे में बहुत से लोग अनजान हैं।
सामान्य धारणा के अनुसार, आक का पौधा विषैला माना जाता है, लेकिन यह सच है कि यदि इसे उचित मात्रा में और सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह कई बीमारियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
आक के पौधे के फायदे
आक के अद्भुत लाभ:
- शुगर और पेट की समस्या: आक की पत्तियों को पैर के तलवे से सटा कर मोजा पहनने से शुगर लेवल सामान्य हो सकता है।
- घाव: आक के पत्तों को मीठे तेल में जलाकर सूजन पर लगाने से राहत मिलती है।
- खाँसी: आक की जड़ के चूर्ण को काली मिर्च के साथ मिलाकर खाने से खाँसी में आराम मिलता है।
- सिरदर्द: आक की जड़ की राख को कड़वे तेल में मिलाकर लगाने से खुजली और सिरदर्द में राहत मिलती है।
- गठिया: आक की जड़ को पकाकर गेहूँ के आटे के साथ खाने से गठिया में सुधार होता है।
- बवासीर: आक के दूध का उपयोग बवासीर के मस्सों पर करने से राहत मिलती है।
- उड़े हुए बाल: आक का दूध लगाने से बाल उगने में मदद मिलती है।
- दाद: आक के दूध को हल्दी के साथ मिलाकर दाद पर लगाने से लाभ होता है।
- खुजली: आक के सूखे पत्तों को सरसों के तेल में उबालकर खुजली पर लगाने से आराम मिलता है।
आक के पौधे के हानिकारक प्रभाव
हालांकि आक का पौधा कई लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। आक की जड़ की छाल का अधिक मात्रा में उपयोग करने से आंतों में जलन और उल्टी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए, इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए।