प्यार में अंधी महिला ने छोड़ा परिवार, प्रेमी के लिए की बड़ी यात्रा

एक हिन्दू महिला ने अपने दो बच्चों को छोड़कर मुस्लिम युवक के लिए गाजियाबाद से नवगछिया की यात्रा की। यह कहानी प्यार की दीवानगी और रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करती है। जानिए कैसे बिंदिया ने अपने प्रेमी के लिए सब कुछ छोड़ दिया और इस मामले में पुलिस की भूमिका क्या रही। क्या यह प्रेम कहानी अंत में सुखद होगी? पढ़ें पूरी कहानी।
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प्यार में अंधी महिला ने छोड़ा परिवार, प्रेमी के लिए की बड़ी यात्रा

प्यार की दीवानगी में परिवार को छोड़ा


नई दिल्ली: प्यार की कोई सीमाएं नहीं होतीं, और कभी-कभी लोग अपने प्रेम के लिए अजीब फैसले ले लेते हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के भागलपुर से सामने आया है, जहां एक हिन्दू महिला ने अपने दो बच्चों को छोड़कर मुस्लिम युवक के लिए उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से नवगछिया की यात्रा की।


महिला की प्रेम कहानी


यह घटना नवगछिया के तेतरी क्षेत्र की है। बिंदिया कुमारी नाम की महिला अपने प्रेमी मोहम्मद मेराज अली के घर के बाहर धरने पर बैठ गई। उसने अपने तीन साल के रिश्ते के लिए अपने परिवार को छोड़ दिया। इस पर युवक के परिवार ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने महिला को थाने ले जाकर मामले को सुलझाने की कोशिश की।


दोस्ती से प्यार तक का सफर


मोहम्मद मेराज अली एक मजदूर है, जो चार साल पहले गाजियाबाद गया था। बिंदिया और मेराज की मुलाकात फेसबुक पर हुई, और धीरे-धीरे उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई। हालांकि, कुछ समय बाद दोनों के बीच विवाद हुआ और मेराज ने शादी कर ली। जब बिंदिया को इस बारे में पता चला, तो वह सब कुछ छोड़कर नवगछिया पहुंच गई।


महिला के आरोप


बिंदिया ने मेराज पर आरोप लगाया कि उसने पहले उसके साथ प्यार किया और फिर शादी कर ली। उसने कहा कि मेराज ने उसका इस्तेमाल किया और अब उसे छोड़ दिया। बिंदिया ने कहा कि वह अपने परिवार से लड़ाई करके यहां आई है।


मेराज का पक्ष


मेराज ने कहा कि उसने बिंदिया से तीन साल पहले फेसबुक पर संपर्क किया था, लेकिन जब उसे पता चला कि वह शादीशुदा है, तो उसने बातचीत बंद कर दी। उसने बिंदिया को बताया था कि वह शादी कर रहा है, लेकिन बिंदिया ने इसे नजरअंदाज किया। अब वह घर लौटकर ड्रामा कर रही है। पुलिस दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश कर रही है।